दीपावली या दीवाली, भारत का प्रमुख त्योहार है जो हर साल हिन्दू पंचांग के अनुसार आठवीं कार्तिक मास की अमावस्या को मनाया जाता है। यह सबसे बड़ा और सबसे रोशनी भरा हिन्दू त्योहार है जिसे पूरे भारत सहित विश्व कई देशों में खुशी और उत्साह के साथ मनाते हैं।
दीपावली कब है:
इस वर्ष, दीपावली की तारीख आठवीं नवंबर, 2021 को है। यह एक चार दिनों का त्योहार है जिसे पहले दिवस धनतेरस, दूसरे दिन नरक चतुर्दशी, तीसरे दिन दीपावली(लक्ष्मी पूजा) और चौथे दिन गोवर्धन पूजा या भैया दूज के रूप में मनाया जाता है। हर दिन की खासियत और महत्व होता है और लोग इन्हें भगवान के आशीर्वाद और खुशी का प्रतीक मानते हैं।
हिंदू पौराणिक कथाएँ:
दीपावली का त्योहार भी कई हिंदू पौराणिक कथाओं से जुड़ा हुआ है। एक प्रमुख कथा के अनुसार, लोग माँ लक्ष्मी का स्वागत करने के लिए उनके आगमन की प्रतीकवादी रूप में घरों में दीपक जलाते हैं। दूसरी कथा में दीपावली को भगवान राम के अयोध्या लौटने के दिन के रूप में मनाने का प्ररंभ कहा जाता है। तृतीय कथा में लोग माँ दुर्गा की पूजा के लिए दीपावली मनाते हैं।
इन कथाओं से साफ होता है कि दीपावली का महत्व हिन्दू धर्म में कितना उच्च है और लोग इसे धार्मिक और सामाजिक दृष्टि से महत्वपूर्ण मानते हैं।
दीपावली के उत्सविक तत्व:
दीपावली के उत्सव में कई प्रकार की रंग-बिरंगी लकड़ी के फूलझड़ियां, रंगोली, फूल और फन्दों से सजी घर की सजावट की जाती है। इसके अतिरिक्त, घर को सफाई और स्नान भी खास महत्व दिया जाता है। इस त्योहार में घर की सजावट और सफाई का भी विशेष महत्व है क्योंकि लोग मानते हैं कि माँ लक्ष्मी सिर्फ साफ़ सुथरे और स्वच्छ घरों में ही आते हैं।
उपहार और भोजन:
दीपावली के उत्सव में उपहारों का भी खास महत्व है। लोग अपने परिवार और मित्रों को सोने-चांदी, मिठाई, फल, स्नान-अभिषेक की सामग्री, ऐश्वर्य, वस्त्र, आभूषण आदि उपहार देकर इस उत्सव का आनंद लेते हैं। साथ ही, भोजन का भी विशेष महत्व है और लोग इस दिन पर मिठाई, नमकीन और खास खास व्यंजन बनाकर खुशियों का स्वाद लेते हैं।
परम्परागत एवं नवाचारिक उत्सव:
आज के समय में, लोग दीपावली को बड़े उत्साह, खुशी और समृद्धि के रूप में मनाते हैं। इस त्योहार में घरों को तारों और दीपों से सजाया जाता है ताकि रात्रि में पारम्परिक रूप से एतिहासिक अवसरों का स्मरण करने के साथ साथ, अपने जीवन में नवाचार का स्वागत किया जा सके।
दीपावली के उत्सव में लोग एक-दूसरे के साथ खुशियों का आठवन करते हैं, जीवन में समृद्धि और खुशहाली की कामना करते हैं और नए आरम्भों के लिए नया दिन मनाते हैं। यह त्योहार हिन्दू संस्कृति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है जो एक मिलन-संगम की भावना और एकता को बढ़ावा देता है।
FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न):
1. दीपावली क्यों मनाई जाती है?
– दीपावली को माँ लक्ष्मी का स्वागत करने के रूप में मनाया जाता है और भगवान राम के अयोध्या लौटने की स्मृति में भी मनाया जाता है।
2. दीपावली के दिन दीपक क्यों जलाए जाते हैं?
– एक पौराणिक कथा के अनुसार, लोग माँ लक्ष्मी का स्वागत करने के लिए उनके आगमन की प्रतीकवादी रूप में घरों में दीपक जलाते हैं।
3. दीपावली के दिन घरों की सजावट क्यों की जाती है?
– लोग मानते हैं कि माँ लक्ष्मी सिर्फ साफ़ सुथरे और स्वच्छ घरों में ही आते हैं, इसलिए घरों की सजावट की जाती है।
4. दीपावली के दिन कौन-कौन से उत्सव मनाए जाते हैं?
– दीपावली के दौरान धनतेरस, नरक चतुर्दशी, दीपावली और गोवर्धन पूजा/भैया दूज जैसे उत्सव मनाए जाते हैं।
5. दीपावली पर जनम लेने वाले व्यक्ति का चिन्ह क्या है?
– दीपावली पर जन्म लेने वाले व्यक्ति निष्काम भलाई के लिए प्रस्तावना रखते हैं और सामाजिक उत्थान के लिए समर्पित होते हैं।
6. दीपावली के दिन कौन-कौन से खास व्यंजन बनाए जाते हैं?
– दीपावली पर मिठाई, नमकीन, खास चटपटे व्यंजन जैसे खास खाद्य व्यंजन बनाए जाते हैं।
7. दीपावली त्योहार के दौरान कैसे धन लाभ प्राप्त किया जा सकता है?
– दीपावली पर व्यापारी और उद्यमी लोग विभिन्न धन उपायों का अनुसरण करके अच्छे धन और लाभ को प्राप्त कर सकते हैं।
8. दीपावली का इतिहास क्या है?
– दीपावली का आरंभ प्राचीन भारतीय पौराणिक कथाओं से संबंधित है जो माँ लक्ष्मी के सम्वाद से जुड़ी हुई हैं।
9. दीपावली को कैसे मनाया जाता है?
– दीपावली को लोग घरों की सजावट करते हैं, दीपक जलाते हैं, पूजा-अर्चना करते हैं और रंग-बिरंगे फूलझड़ी जलाते हैं।
10. दीपावली के दिन किन देवी-देवताओं की पूजा की जाती है?
– दीपावली के दिन माँ लक्ष्मी, भगवान गणेश, माँ सरस्वती और भगवान राम की पूजा की जाती है।
यदि आप दीपावली से संबंधित और अधिक जानकारियां चाहते ह। तो कृपया हमारे सोशल मीडिया पेज का दौरा करें जो विशेष दीपावली त्योहार पर पोस्ट करने जा रहा ह।